जैन मिलन द्वारा आयोजित किया गया सातवां भव्य रक्तदान शिविर

जैन मिलन द्वारा आयोजित किया गया सातवां भव्य रक्तदान शिविर

जैन मिलन द्वारा आयोजित किया गया सातवां भव्य रक्तदान शिविर

जैन मिलन द्वारा आयोजित किया गया सातवां भव्य रक्तदान शिविर

रक्तदान करना है जीवन दान देने के बराबर का पुण्य-रमेश मुनि

यमुनानगर, 12 दिसम्बर (आर. के. जैन):
मॉडल टाऊन जैन स्थानक के सभागार में जैन मिलन स्थानीय शाखा के सहयोग से सातवां भव्य रक्तदान शिविर का आयोजन परम श्रद्धय श्री रमेश मुनि जी महाराज व उनके संत समूह प्रवचन भास्कर श्री मुकेश मुनि जी महाराज व तरुण तपस्वी श्री मुदित मुनि जी महाराज के सानिध्य में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मिलन के प्रधान महेश जैन ने की तथा संचालन महामंत्री देवेन्द्र जैन व सुशील जैन ने किया। विशिष्ठ अतिथि के रूप में वरिष्ठ क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अतिवीर आर. के. जैन व स्थानक प्रधान राकेश जैन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुनिश्री के मुख से महामंत्र णमोकार का उच्चारण कर किया गया। मुनि श्री ने संबोधित करते हुये कहा कि रक्तदान करना उतना ही पुण्य का कार्य जितना किसी को जीवन दान देना। मनुष्य केवल रक्तदान द्वारा ही जिन्दगियों को बचा सकता है। व्यक्ति द्वारा दान में दिया गया रक्त जिन्दगियों को बचा सकता है। थैलेसिमीया रोग से पीडि़त बच्चों को निर्बाध रूप से रक्त मिलता रहे, इसके लिये भी रक्तदान अत्याधिक जरुरी है। उन्होने कहा कि कोई भी व्यक्ति साल में तीन बार रक्तदान कर सकता है और क्योकि रक्त का कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है, इसलिये स्वैच्छिक रक्त दाताओं द्वारा दिया गया रक्त ही मरीजों के काम आता है। मुकेश मुनि श्री ने कहा कि इस प्रकार से रक्तदान शिविर के आयोजन से सभी को अवसर मिलता है कि वह समाज सेवा के सबसे पुनित कार्य में सहयोग दे सकेे। उन्होंने कहा कि मनुष्य के रक्त की कमी को केवल मनुष्य के रक्त से ही पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि समाज को दो वर्गों में बांटा जाता है अमीर व गरीब, किन्तु रक्त का कोई वर्ग नहीं होता है। जब भी कोई व्यक्ति रक्तदान करता है तो उसके रक्त पर न तो किसी धर्म को अंकित किया जाता है और न ही किसी वर्ग को अंकित किया जाता है। किसी का भी रक्त किसी को भी दिया जा सकता है, बस जरुरत है तो उसके ग्रुप की जांच करने की। उन्होंने कहा बहुत से ऐसे मरीज होते है, जिन्हे लगातार रक्त की आवश्यक्ता रही है, इसके अतिरिक्त गर्भवति महिला को प्रसव के दौरान, दुर्घटना के घायल मरीज को तथा डेन्गु के मरीजा को रक्त की तथा इसके अंश की आवश्क्ता होती है, जिसका समय पर प्रबंध न होने के कारण मरीज की मृत्यु तक हो सकती है। हमें प्रयास करना चाहिये की कभी भी किसी की मृत्यु का कारण रक्त की कमी न बनने पाये। संदीप जैन बताया कि  मिलन के द्वारा प्रतिवर्ष रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है, और इस शिविर में स्माई फाऊडेंशन व शहीद उधम सिंह बल्ड बैंक के सहयोग से 75 युनिट रक्त एकत्र किया गया। अतिवीर आर. के. जैन ने कहा कि स्थानीय शाखा के सभी सदस्यों के अत्याधिक परिश्रम व सच्ची लग्न सभी साथियों को साथ लेकर चलने के संकल्प से राक्तदान शिविर सफलता के साथ प्रतिवर्ष लगाया जाता है, जिसमें मिलन के सभी सम्मनीय सदस्यों ने अपना पूर्ण योगदान दिया। क्षेत्रीय कार्यकारिणी रक्तदान शिविर की सफलता के लिये विशेष आभार व्यक्त करती है। इस अवसर पर पुनीत गोल्डी जैन, दीपक जैन, नीरज जैन, अटल जैन, विवेक जैन, अंकुर जैन, संजीव जैन, मनोज जैन, रोबिन जैन, विजय जैन, सतीश जैन, आनंद जैैन का विशेष सहयोग रहा।